गुरू पूर्णिमा (श्री दादा दरबार, खण्डवा)
- कब मनाया जाता है: July
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महत्व:
हिन्द संस्कृति में गुरू को ईश्वर से भी बड़ा स्थान दिया गया है । हिन्दू धर्म में आषाढ. मास की पूर्णिमा को गुरू पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है । खण्डवा में स्वामी केशवानंद जी महाराज (सम्मान से वे बडें दादा जी के नाम से ख्यात हैं । ) और स्चामी हरिहरानंद जी महाराज (छाेटे दादाजी महाराज ) की समाधि स्थान, खण्डवा में गुरू पूर्णिमा का पर्व अत्यंत हर्षोललास के साथ मनाया जाता है । महाराष्ट्र और आसपास के स्थानों से श्रद्धालुगण ध्वज लेकर पैदल चलकर आते हैं और दरबार में चढाकर दर्शन पाते हैं । दो दिवस के इस उत्सव में लाखाोंं की तादाद में लोग आते हैं ।